Friday, April 27, 2018

वाराणसी के 5000 घरों तक पहुंची PNG, चूल्हे जलाकर हुई टेस्टिंग


वाराणसी में बहुप्रतीक्षित गैस पाइप लाइन परियोजना ने गुरुवार को अपना अहम मुकाम तय किया। बीएचयू और डीरेका परिसर समेत शहर में बिछाई गई 27 किलोमीटर लंबी गैस पाइप लाइन चार्ज कर उसकी टेस्टिंग की गई।
टेस्टिंग शुरू होते ही डीरेका, बीएचयू और भेल परिसर के 5031 आवासों में पाइप लाइन के जरिए गैस चूल्हे चालू हो गए। इसके बाद तो इन आवासों के बाशिंदों के चेहरे पर खुशी छा गई।

गेल इंडिया के उच्चाधिकारियों ने टेस्टिंग को पूरी तरह सफल बताया है। उनके मुताबिक शहर के दो सीएनजी पंप स्टेशन भी टेस्टिंग के बाद जनसेवा के लिए तैयार हो गए हैं।

काशी में गेल इंडिया के इस पायलट प्रोजेक्ट का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी है। प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना के तहत सबसे पहले शहर के डीरेका और बीएचयू की आवासीय कॉलोनियों को जोड़ा गया है।

पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) पाइप लाइन इन दोनों परिसरों के चार हजार आवासों तक बिछाई गई है। बीएचयू में 1500 और डीरेका में 3500 के अलावा भेल में 31 आवासों को पीएनजी कनेक्शन से जोड़ा गया है। डीरेका के पास स्थित सीएनजी स्टेशन भी लोकार्पण के लिए तैयार हो गए हैं।

अब दूसरे चरण का कार्य जोरों पर

पायलट प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद अब दूसरे चरण का कार्य भी शुरू हो गया है। अगले छह महीने में पीएनजी के अतिरिक्त सात हजार कनेक्शन करने का लक्ष्य रखा गया है। शिवपुर, भेल, हरिश्चंद्र घाट के आसपास स्थित आवासीय कॉलोनियों और अपार्टमेंट्स को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा। सर्वे के बाद पाइप लाइन बिछाई जा रही है। वहीं, शिवपुर, गिलट बाजार और मकबूल आलम रोड पर तीन नए सीएनजी स्टेशन बनाए जाएंगे।

औद्योगिक क्षेत्र भी जुड़ेंगे
- औद्योगिक क्षेत्रों को प्राकृतिक गैस की सप्लाई के लिए गेल इंडिया जल्द ही यूपीएसआईडीसी या अन्य सरकारी विभाग से समझौता करेगी। सबसे पहले करखियांव इंडस्ट्रियल एरिया और फिर चांदपुर औद्योगिक आस्थान व रामनगर इंडस्ट्रियल एरिया को प्राकृतिक गैस सप्लाई से जोड़ा जाएगा।